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Generation of Computer in Hindi - कंप्यूटर की पीढिंया हिंदी में |
Generation of Computer in Hindi
सन 1946 में First Electronic Computer in Hindi ENIAC की शुरुआत में Computer के विकास को एक आधार तथा गति प्रदान की Computer के विकास के इस क्रम में कई महत्वपूर्ण अविष्कारों के आधार पर कंप्यूटर ने आज तक की विकास यात्रा तय की इस विकास के क्रम को हम कंप्यूटर निर्माण में प्रयुक्त मुख्य तकनीक के आधार पर निम्नलिखित 5 पीढ़ी मे बांट सकते हैं |
First Generation or computer in Hindi (कंप्यूटर की प्रथम पीड़ी) : 1946-1956
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First Generation or computer in Hindi |
UNIVAC कंप्यूटर पहला सामान्य उद्देश्य Electronic Computer था जो बाजार में विक्रय हेतु उपलब्ध था इस श्रेणी का सर्वाधिक लोकप्रिय कंप्यूटर RBM 650 था जो 1950 में बाजार में प्रस्तुत हुआ संग्रह हेतु मैग्रेटिक ड्रेम तथा इनपुट आउटपुट के लिए पंच कार्ड का प्रयोग किया गया था तथा यह व्यवसाय तथा वैज्ञानिक कार्य के लिए प्रयुक्त होता था |
First Generation of Computer ki Visheshtaye (प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर की विशेषताएं)
1. Vacuum Tube पर आधारित
2. पंच कार्ड पर आधारित Input तथा Output
3. डाटा संग्रह के लिए मैग्रेटिक ड्रम का प्रयोग
4. अत्यंत नाजुक और कम विश्वसनीय
5. बहुत सारे Air Conditioner का प्रयोग
6. सिर्फ मशीनी तोता Assembly भाषा में Programming
Second Generation of computer in Hindi (कंप्यूटर की द्वितीय पीड़ी) : 1956-1964
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Second Generation of computer in Hindi |
कंप्यूटरों की द्वितीय पीढ़ी (Second Generation of computer in Hindi) की शुरुआत कंप्यूटरों के निर्माण में Transistor का उपयोग किए जाने से हुई विलियम शौकले ने ट्रांजिस्टर का आविष्कार सन 1947 में किया जिसका उपयोग द्वितीय पीढ़ी के Computer में Vacuum Tube के स्थान पर किया जाने लगा Transistor के प्रयोग से कंप्यूटर और का आकार छोटा हो गया उसकी गति वैक्यूम ट्यूब से अपेक्षाकृत अधिक गति एवं विश्वसनीयता अधिक हो गई |
Second Generation of Computer ki Visheshtaye (द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर की विशेषताएं)
1. Vacuum Tube के स्थान पर ट्रांजिस्टर का प्रयोग
2. अपेक्षाकृत छोटी कम ऊर्जा खपत
3. प्रथम पीढ़ी की अपेक्षा कम खर्चीली
4. उन्नत ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग
5. संग्रहण डिवाइस प्रिंटर एवं अन्य इनपुट आउटपुट इकाइयों आदि का प्रयोग
Third Generation of computer in Hindi (कंप्यूटर की तृतीय पीड़ी) : 1964-1971
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Third Generation of computer in Hindi |
Integrated Circuit या अंगीभूत परिपथ पर आधारित कंप्यूटरों की तृतीय पीडी (Third Generation of computer in Hindi) की शुरुआत सन 1964 में हुई इंटीग्रेटेड सर्किट का आविष्कार टैक्सास इंस्ट्यूट मेंट कंपनी के एक इंजीनियर जैक किल्बी ने किया था इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में ICL 1900 , ICL 2903, ICL 2904 प्रमुख थे
Third Generation of Computer ki Visheshtaye (तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर की विशेषताएं)
1. अंगीभूत परिपथ का प्रयोग
2. प्रथम एवं द्वितीय पीढ़ियों के कंप्यूटरों की अपेक्षा आकार एवं वजन बहुत कम
3. तेज गति तथा अधिक विश्वसनीय
4. आसान रखरखाव
5. उच्च स्तरीय भाषाओं का बृहद स्तर पर प्रयोग
Forth Generation of computer in Hindi (कंप्यूटर की चौथी पीड़ी) : 1971-1995
सन 1971 से लेकर 1995 तक के कंप्यूटरों को चतुर्थ पीढ़ी (Forth Generation of computer in Hindi) के कंप्यूटरों की श्रेणी में रखा गया है | इस पीढ़ी में एकीकृत सर्किट परिपथ के विकसित रूप जिसे विशाल एकीकृत सर्किट परिपथ कहा जाता है उसका उपयोग किया गया है | इसके उपयोग से लगभग 300000 ट्रांजिस्टर के बराबर का परिपथ 1 इंच के चौथा भाग में समाहित हो सका इस अविष्कार से कंप्यूटर की पूरी सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट एक छोटी सी चिप में आ गई जिसे Microprocessor कहा जाता है इसके उपयोग वाले Computer को Microprocessor कहा गया |
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Microprocessor |
आल्टेयर 8800 सबसे पहला Microprocessor था जिसका निर्माण MITS नामक कंपनी ने किया था
इसी Computer पर बिल गेट्स जो इस समय हावर्ड विश्वविद्यालय के छात्र थे उन्होंने डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम लिखा जो प्रथम सफल Micro Computer Operating System था साथ ही उन्होंने तत्कालीन सर्वाधिक प्रचलित कंप्यूटर भाषा बेसिक को स्थापित किया था इस सफल प्रयास के बाद बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट नामक कंपनी की स्थापना की जो वर्तमान में दुनिया में Software की सबसे बड़ी कंपनी है सबसे पहला Microprocessor इंटेल 4004 था |
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Forth Generation of computer in Hindi |
Desktop Computer और Portable Mobile Computer जैसे Laptop Note Book आदि में एक ही Processor CPU के रूप में प्रयोग किया जाता है अधिक शक्तिशाली कंप्यूटर में सीपीयू में एक से अधिक Microprocessor सम्मिलित होते हैं |
Processor Computer की स्मृति में अंकित हुए संदेशों को क्रमबद्ध तरीके से पड़ता है और फिर उनके अनुसार कार्य करता है Central Processing Unit को पूरे तीन भागों में बांटा जा सकता है |
1. नियंत्रण इकाई
2. गणितीय एवं तार्किक इकाई
3. स्मृति या मेमोरी
विश्व में मुख्यतः दो बड़ी Microprocessor उत्पादक कंपनियां हैं एक इंटेल और दूसरी एमडी से इंटेल कंपनी के प्रसिद्ध और अधिक प्रयोग किए जाते हैं प्रत्येक कंपनी Processor की तकनीक और उसकी क्षमता के अनुसार उन्हें अलग-अलग कोड नाम देती है जैसे कंपनी के प्रमुख पुरस्कार है| पेंटीअम 1 पेंटीअम 2 पेंटीअम 3 पेंटीअम 4
अति विशिष्ट कार्य को छोड़ दिया जाए तो सामान्य उपयोग करता और व्यवसाय के लिए आज से 10 वर्ष पुराना पूरा शहर भी पर्याप्त है आपका मस्तिष्क जितनी गति से सोचता है 10 वर्ष पुराना प्रोसीजर भी उससे कई अधिक तीव्रता से कार्य करता है |
Fourth Generation of Computer ki Visheshtaye (चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर की विशेषताएं)
1. अति विशाल स्तरीय एकीकरण तकनीकी का प्रयोग
2. सेमीकंटर परिपथ का प्रयोग
3. गढ़ना गति पीको सेकंड में
4. आकार में अत्यंत कमी
5. साधारण आदमी की क्रय क्षमता के अंदर
6. अधिक प्रभावशाली विश्वसनीय एवं अधिक गति
7. Multiprocessing से युक्त
8. कई मेगा बाइट मेमोरी क्षमता युक्त
9. उच्च स्तरीय भाषा में कार्य करने की क्षमता
10. कंप्यूटरों के विभिन्न नेटवर्क का विकास
Fifth Generation of computer in Hindi (कंप्यूटर की पांचवी पीड़ी) : 1995 से वर्तमान एवं भविष्य
कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि Computers की पांचवीं पीढ़ी (Fifth Generation of computer in Hindi) का प्रकाश अभी नहीं हुआ है किंतु कुछ के अनुसार Computers की पांचवीं पीढ़ी में वर्तमान के शक्तिशाली एवं उच्च तकनीक वाले कंप्यूटर से लेकर भविष्य में आने वाले Computers तक को शामिल किया गया है | इस पीढ़ी के अति उन्नत किस्म के Microprocessor पर आधारित है इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में कंप्यूटर वैज्ञानिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को समाहित करने के लिए प्रयासरत हैं इस पीढ़ी के प्रारंभ में Computers के मध्य नेटवर्क गई की ताकि डाटा तथा सूचना की आपस में साझेदारी तथा आदान-प्रदान हो सके |
New Generation Computing
नए अति उन्नत Integrated Circuit परिपथ ने पुराने अति विशाल Integrated Circuit परिपत्र को प्रतिस्थापित करना शुरू किया इस पीढ़ी में Computer के आकार को घटाने तथा गति एवं मेमोरी बढ़ाने किया जा रहा है जिसके फल स्वरूप अत्यंत सूछ्म आकार में भी Computer उपलब्ध हो सके हैं
Fifth Generation of Computer ki Visheshtaye (पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर की विशेषताएं)
1. Computers के आकार प्रकार गणना शक्ति मेमोरी क्षमता आवश्यकता अनुसार करना संभव
2. नेटवर्क तथा इंटरनेट सुविधा से युक्त
3. कृत्रिम बुद्धिमता से युक्त
4. मल्टीमीडिया क्षमता से युक्त
5. अत्यधिक कम ऊर्जा खपत तथा अति विस्बनीय
6. Multiprocessing Parallel Processing आदि क्षमता से
7. लैस मानव जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी